सिमडेगा: झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार रांची के निर्देश के अलोक में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में व्यवहार न्यायालय परिसर में शनिवार को चेक बाउंस एवं विद्युत् विभाग के मामलों से सम्बंधित विशेष लोक अदालत का आयोजन किया गया। लोक अदालत में मामलों के निष्पादन के लिए कुल चार बेंचो का गठन किया गया था। एक मंच तले लंबित मामलों का निशुल्क निपटारा करने के लिए न्याय प्रशासन द्वारा समय समय पर लोक अदालत का आयोजन सिविल कोर्ट परिसर में किया जाता है। इसी के तहत शनिवार को भी यहां विशेष लोक अदालत का आयोजन किया गया। पीडीजे राजीव कुमार सिन्हा ने दीप प्रज्वलित कर विशेष लोक अभियोजक का उद्घाटन किया।
इस मौके पर प्रभारी प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार राजीव कुमार सिंह ने कहा कि झालसा के निर्देश पर चेक बाउंस एवं विद्युत विभाग के मामलों से सम्बंधित विशेष लोक अदालत मामलों के त्वरित निष्पादन की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि लोक अदालत शीघ्र,सस्ता और सुलभ न्याय प्रदान करने का सशक्त माध्यम है। लोक अदालत में दिए गए फैसले में दोनों पक्षों की जीत होती है तथा यह फैसला दोनों पक्षों को संतुष्ट कराता है। कोई पक्ष इसे थोपा हुआ महसूस नहीं करता है। लोक अदालत में दिए गए निर्णय के विरुद्ध कहीं भी कोई अपील नहीं होती। लोक अदालत का निर्णय अंतिम निर्णय होता है। उन्होंने कहा कि लोक अदालत में बढ़ रही भीड़ इस बात का परिचायक है कि लोक अदालत आम लोगों के बीच कितना लोकप्रिय होता जा रहा है। उन्होंने कहा कि लोक अदालत में जहाँ एक ओर लोगों के समय और पैसे की बचत होती है वहीँ दूसरी ओर न्यायालय से मुकदमों का बोझ कम होता है।
लोक अदालत में चार बेंचो के माध्यम से कुल 64 वादों का निष्पादन किया गया,जबकि विभिन्न विभागों से कुल 35 लाख सात हजार 888 रुपये राजस्व की वसूली की गई। इनमें बिजली विभाग से 21,चेक बाउंस से जुड़े 17 और सुलह योग्य 26 अपराधिक मामले निष्पादित की गई। मौके पर एडीजे नारंजन सिंह, सीजेएम मनीष कुमार सिंह, प्राधिकार सचिव मरियम हेमरोम, एसडीजेएम सुभाष बाड़ा, स्थायी लोक अदालत के सदस्य चंदन डे, बार एसो. के अध्यक्ष बसंत कुमार, सचिव संजय महतो सहित कई लोग मौजूद थे।
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