सिमडेगा: जलडेगा प्रखंड में छह पंचायत के कार्यकर्ता शिविर में सम्मिलित हुए| मुख्य अतिथि के रूप कोलेबिरा बिधायक नमन बिकशल कोनगाड़ी उपस्थित थे| आज कोलेबिरा बिधानसभा छेत्र के अन्तर्गत जलडेगा प्रखण्ड के छह पंचायत लम्बोई, टिनगिना, कोनमेरला, जलडेगा, पतिअम्बा और लमडेगा के 38 बुथ के कार्यकर्ताओं की एक दिवसीय बिशेष प्रशिक्षण शिविर आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष सुशील जड़िया ने किया। इस बिशेष बैठक में आगामी झारखंड बिधानसभा के चुनाव में फिर से कांग्रेस पार्टी को बिजयी बनाने की चर्चा हुई। सर्वप्रथम उपस्थित सभी बुथ के कमिटी सदस्य तथा संबंधित बुथ के कार्यकर्ताओं के द्वारा बिधायक और अतिथियों का स्वागत किया गया। तदोपरांत कोलेबिरा बिधायक नमन बिकशल कोनगाड़ी के द्वारा बीते लोकसभा चुनाव के घोषित परिणाम की बूथवार समीक्षा की गई। उपस्थित बुथ कमिटी के सदस्य और कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कोलेबिरा विधायक नमन बिकशल कोनगाड़ी ने कहा कि मैं आप सभी कर्मठ कार्यकर्ताओं को बधाई और धन्यवाद देता हूं कि आपलोगों के अथक प्रयास और मेहनत से एवम अपनी अखंडता को बरकरार रखते हुए कोलेबिरा विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के ऊपर 32500 वोट की बढ़त लेते हुए सम्पूर्ण के खुंटी लोकसभा क्षेत्र में करीब डेढ़ लाख वोटों से जीत हासिल करने में सफलता प्राप्त किए। इस बार का परिणाम खुंटी लोकसभा क्षेत्र के इतिहास में सबसे अधिक बढ़त का है। बिधायक ने कहा कि हमारे लोगों ने भारत के संविधान को बचाने और आरक्षण को समाप्त करने की मंशा रखने वाले लोगों को मुंहतोड़ जवाब देने का काम किया है।
आगे बिधायक ने भाजपा की केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए 2024 के बजट के बारे में भी लोगों को बताते हुए कहा, कि मोदी सरकार ने इस 2024 के बजट से ये साफ कर दिया कि ये बजट बदला लो और सरकार बचाओ बजट है। देश का क्या होगा ये देखा जाएगा। जिन राज्यों से भाजपा की हार हुई, उन राज्यों की जनता को 2024 बजट में पुरी तरह से उपेक्षित कर दिया गया। झारखंड में भी कांग्रेस झामुमो गठबंधन की सरकार है| बीते लोकसभा चुनाव में आदिवासियों ने भाजपा को जबरदस्त झटका देते हुए सभी आदिवासी सीटों से भाजपा को हराने का काम किया, तो बदला स्वरूप झारखंड राज्य के आदिवासी समाज के लिए बजट में शून्य प्रावधान रहा जिससे कि ये बहुत ही निराशाजनक है। लेकिन जिन दो बैशाखियों के सहारे केंद्र सरकार बची हुई है उन दो राज्यों बिहार और आंध्र प्रदेश को ढ़ेर सारी योजनाओ की सौगात दी। जिस तरह से इन दो राज्यों को सौगात दी गई है उससे स्पष्ट रूप से ये प्रतीत होता है कि बजट के माध्यम से सरकार बची रहे। मैं इन दो राज्यों के विकास का विरोध नही कर रहा हूँ, परंतु जिस तरह से इन दो राज्यों के लिए बजट में सौगात मिली, उसी तरह देश के समस्त राज्यों के विकास के लिए बजट में प्रावधान होना चाहिए था।
परंतु केंद्र की भाजपा सरकार को सिर्फ अपनी कुर्सी बचानी है, उन्हें सम्पूर्ण भारत के विकास से कोई मतलब नहीं है। आगे विधायक ने भाजपा और झापा(एनोस एक्का परिवार पार्टी) के एनोस एक्का के अघोषित गठबंधन पर करारा प्रहार किया और कहा कि भाजपा आदिवासियों की घोर विरोधी है। भाजपा का मुख्य उद्देश्य आदिवासी समाज को खत्म कर यहाँ की जमीन और जंगल को कब्जा कर भाजपा अपने पूँजीपति मित्रों को दे सके। और भाजपा के इस उद्देश्य में एनोस एक्का उनका सहयोग कर रहे हैं। हमारा कांग्रेस, झामुमो गठबंधन झारखंड में अटुट है। इंडिया गठबंधन आगामी विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ेगी तथा फिर से झारखंड में झारखंडी भावना और झारखंड के आदिवासियों, मूलनिवासियों की इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी। इस बात को भाजपा को अच्छी तरह से ज्ञात हो चुका है, इसीलिए भाजपा इंडिया गठबंधन को तोड़ने के प्रयास में लग गई है| ऐसे नेता पुर्व में भी निर्दलीय चुनाव लड़कर हमारी अखंडता को तोड़ने का प्रयास कर चुके हैं। अभी बीते चुनाव में झामुमो के पूर्व बिधायक बसंत लोंगा ऐसा प्रयास कर चुके हैं। हालांकि आप सभी ने अपनी एकता को अटुट रखते हुए उन सभी को नकार दिया। ऐसे लोग सिर्फ झूठ फैला रहे हैं। हमारा इंडिया गठबंधन के घटक दल पूरी तरह से एकजुट है।
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